कविता के माध्यम से, समाज का मार्गदर्शन!

कविता के माध्यम से, समाज का मार्गदर्शन!
जहां शब्द बनते हैं समाज की आवाज!
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✍️ कुमार गुप्ता

छांव तेरी गेसुओं की – एक भावनात्मक हिंदी कविता

 🖤✨

परिचय –

इश्क़ जब रूह से जुड़ता है, तो न शिकायत बचती है, और ना ही सज़ा।

बस एक ख़ामोशी इंतज़ार करते रह जाती है...

💭दिल में तो कभी मुस्कान में छुपी ग़म,

न जाने कहाँ हमारी राहत किसी गेसुओं की छांव में कैसे विलुप्त हो जाती है! 

💔 हमारी कविता उस आशिक़ की दास्तान है,

जो जुदाई में भी वफ़ा से डटा हुआ है,

और उसके छूने भर से मिट जाने का सुकून है।

🌙 "छांव तेरी गेसुओं की" —

एक ऐसी मोहब्बत की तस्वीर है,

जहां हर दर्द, हर शिकवा  इबादत बन जाती है।


✨ – हमारी✍️ रूह से निकली एक मोहब्बत भरी पेशकश ✨आओ शुरू करे! 

🖤✨

🌙 छांव तेरी गेसुओं की

💥 नफरत से नफरत मिटाया नहीं जाता,
🔥 आग लगाकर किसी का घर बसाया नहीं जाता।

👉 कौन तेरे पास से उठकर जाना चाहता है,
💫 तू जिसको छू ले, मर जाना चाहता है।

🫶 तेरे हरकतों से वाकिफ हूं मैं,
🏠 कौन तुझको घर ले जाना चाहता है।

🪞 आईने भी अब सच बोलने लगे हैं,
😶 तू परदे में रहकर छूप जाना चाहता है।

😘 सच बोलूं, दफन होकर जी रहा हूं,
🪦 पास में तेरे बैठकर,
कफन की लिवाज़ सी रहा हूं।

😔 तू मुझे देख मुस्कुराती रही,
⏳ और मैं अपनी आखिरी दिन गीन रहा हूं।

🥀 मेरे बदनसीबी में शायद कोई कांधे ना मिले,
😌 देखो कितनी सुकून से,
तेरी बाहों में सो रहा हूं।

😶‍🌫️ क्या शिकायत करूं इस ज़माने से,
💔 तेरी बेबसी में घुट-घुट कर जी रहा हूं।

🤲 तुम मुझे छू लो तो,
🌬️ मैं भी विलुप्त हो जाऊं,
📍 फिर भी इस जहां में,
तेरे कदमों के निशान ढूंढता रह जाऊं।

🌙 तेरी गेसुओं के साए में,
🏡 मैं अपनी मकान ढूंढ रहा हूं।

🚶 यूँ ही नहीं मैं,
यहां से उठ रहा हूं।
👉 तेरे प्यार में,
🌈 हसीन ख्वाब बुन रहा हूं।

❤️‍🔥 नफरतें भुला के,
🫂 सीने से लगा ले,
😌 मैं तेरी गलतियों को चूम रहा हूं।

💞 दिए जलाएं चौखट पे,
🚪 तेरी दस्तक की आहट ढूंढ रहा हूं।

🕊️ सुकून है तुम मेरे अपने हो,
🪞 खुद में मैं तुझे ढूंढ रहा हूं।
-कुमार✍️ गुप्ता

गहरे प्रेम और कोमलता से भरी गेसुओं की छांव को दर्शाती भावनात्मक तस्वीर





कविता के प्रमुख बिंदु लिखे गए हैं:

1. नफरत से नफरत खत्म नहीं होती – कविता की शुरुआत एक गहरे सामाजिक संदेश से होती है कि नफरत का जवाब नफरत नहीं हो सकता।

2. अप्रकट प्रेम और तड़प – कवि उस प्रेम को दर्शाता है जो सामने होते हुए भी कभी पूरा नहीं हो पाया।

3. आंतरिक पीड़ा और घुटन – कवि अपने दर्द को "कफन की लिवाज़" और "दफन होकर जीना" जैसे प्रतीकों से व्यक्त करता है।

4. दोष के बावजूद प्रेम – प्रिय की गलतियों को चूमते हुए, कवि क्षमा और समर्पण की भावना दर्शाता है।

5. आखिरी क्षणों का सुकून – मृत्यु की ओर बढ़ते हुए भी कवि अपने प्रिय की बाहों में सुकून ढूंढ़ता है।

6. आत्मा की तलाश और जुड़ाव – कवि अपने प्रिय में खुद को खोजता है, उसे ही अपना मकान, मंज़िल और संसार मानता है।

7. उम्मीद और प्रतीक्षा – "दिए जला के चौखट पे" जैसे भाव कविता में प्रतीक्षा और आशा का भाव दर्शाते हैं।

8. गहराई से भरा आत्मिक प्रेम – यह कविता एक आत्मिक, निःस्वार्थ और अनंत प्रेम का प्रतीक है।

🌿 अगर ये कविता आपके मन को छू गई हो,

तो नीचे दी गई और रचनाएं भी आपके दिल को ज़रूर छुएंगी... 💭💚

👇👇📚✨ 

  • दिनचर्या की कविता
  • My poetry is in English language from my Hindi Content for better understanding with collaboration.👇 

    Search of You


    👉Hatred cannot erase hatred,
    One cannot build a home by setting another’s on fire.

    👉Who really wants to walk away from you?
    Anyone you touch feels drawn to death.

    👉I know your every move,
    Who would dare take you home?

    👉Even mirrors have started telling the truth now,
    And you wish to hide behind veils.

    👉To speak the truth, I’m buried yet alive—
    Sitting beside you,
    Stitching together my own shroud.

    👉You kept smiling at me,
    While I was living my final days.

    👉Perhaps my misfortune will deny me even a shoulder to rest upon,
    Yet how peacefully,
    I’m sleeping in your arms.
    आओ मिला ले हाथ


    👉What complaint shall I have with the world,
    When I’m slowly dying inside your helplessness?

    👉If you touch me,
    I might disappear too—
    Yet in this world,
    I keep looking for the traces of your footsteps.

    👉Beneath the shadows of your tresses,
    I am searching for my home.

    👉I'm not leaving this place for nothing,
    In your love,
    I am weaving beautiful dreams.

    👉Forget the hatred,
    Hold me close to your heart,
    I’m kissing even your mistakes.

    👉Lighting lamps at your doorstep,
    I’m waiting to hear your knock.

    👉There’s peace in knowing you are mine—
    I’m searching for you within myself.

    By Kumar ✍️Gupta

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