कविता के माध्यम से, समाज का मार्गदर्शन!

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✍️ कुमार गुप्ता

प्यार, हार, और जीत का अनोखा सफर | एक प्रेरणात्मक और भावनात्मक हिंदी कविता

 🌸 कविता परिचय 🌸

ये कविता उन पलों में लिखा है,

जब सब कुछ अच्छा होता है…

फिर भी कहीं मन के कोने में ,

हलकी सी कमी सी लगती है 🫣


कभी बोली में मीठापन होता है,

तो कभी उस मीठे में ,

हल्का सा नमक भी घुला होता है 😅


💬 जवाब छोटे-छोटे मिलते हैं,

पर उनमें गहरे इशारे छुपे होते हैं।


🌳 जैसे किसी पेड़ की छांव हो,

जिसमें बैठा तोता 🦜

धीरे से कहे — “ठीक तो है… मगर वैसा नहीं जैसा…” 😉


और हम बस मुस्कुराकर सोचते हैं —

"चलो, प्यार में इतना भी क्या हिसाब!" 🥰

तो चलो,

इस हलकी शिकायत, मीठी तकरार और चुपचाप मोहब्बत भरी कविता को पढ़ते हैं...

जहाँ पंक्तियाँ तो मेरी हैं —

पर कहानी हर दिल की है 💌🌿🦜

प्यार, हार, और जीत का अनोखा सफर

पति पत्नी में प्यार भी बहुत होता है|

 पति पत्नी में तकरार भी बहुत होता है|

जीत हमेशा पत्नी की होती है|

इस बात का इजहार कहां किसी पति से होता है|


एक सच्ची घटना से रूबरू कराता हूं|

हारी हुई बाजी को जीतना भी सिखाता हूं|

कभी सोचा था पत्नी को हराऊंगा|

शायद कभी तो जीत पाऊंगा|


जीत की राह बताता हूं |

अपनी एक दास्तान सुनाता हूं|

एक पल में किसी गुस्ताखी पे पत्नी नाराज हो गई|

दूसरे पल में नाराजगी से मुझे हार मिली|

तीसरे पल में जीत की उम्मीद जगी||


चौथी पल में उम्मीद की राह सूजी|

पांचवें पल में पिक्चर दिखाने ले गया|

मैंने पिक्चर भी दिखाई और पूछी पिक्चर कैसी थी|


तो वह बोली पिक्चर तो अच्छी थी|

पर कहानी मैंने जैसी सोची वैसी नहीं थी|


छठी पल में खाना खिलाने रेस्टोरेंट ले गया|

खाना भी खिलाया और पूछा स्वाद कैसी थी|

तो बोली खाना तो अच्छी थी

पर स्वाद अच्छी नहीं निकली|


सातवीं पल में मैंने मंदिर ले गया पूजा आरती की |

और पूछा पूजा कैसी रही|

तो बोली पूजा तो अच्छी थी

पर तेरे पूजा से कम थी|


आठवीं पल में तंग आकर उसको माई के छोड़ दिया|

बहुत दिन बाद में अपने मायके से लौटी तो पूछा|

तेरे माई के कैसी थी|

तो बोली माईके तो अच्छी है |

पर अपने घराने जैसा नहीं रही|


नवी पल में मैंने कहा तंग आ गई हो कोई बात नहीं|

बहुत दिन बाद आई हो, जाओ दिन मे सो जाओ|

जब सो कर उठी तो |

हमने पूछा तुम्हारी नींद कैसी थी|

तो बोली नींद तो अच्छी थी

पर रात के जैसी नहीं थी|


दसवीं पल में मैंने सोचा ,

इन महारानीयो के लिए जान भी दे दो|

तो भी कहेंगे जान तो दे दिया|

पर अच्छी पहचान नहीं दिया|


ग्यारहवी पल में मैंने बाजार गया|

और एक सुंदर सा फूलों का हार लेकर आया|

और आते ही बिना पुछे उसके गले में डाल दिया|

और पूछा ये हार कैसी है|


तो वह बोली ये हार मेरे हर हार से अच्छी है|

बारहवी पल में मैंने भी बोल दिया तेरी ये हार|

मेरी हर हार पे जीत है|

कुमार✍️ गुप्ता

ज़िन्दगी की राह में कभी प्यार मिला, कभी हार हुई, और कभी जीत ने गले लगाया  यही है हमारा अनोखा सफर

"एक कहानी जो प्यार, 

संघर्ष और जीत की अनोखी यात्रा को दर्शाती है"


👉प्यार, हार, और जीत का अनोखा सफर

दांपत्य की खट्टी-मीठी जंग,

 जहाँ प्यार हमेशा विजयी होता है

 🌶️ कविता के मसालेदार चुटकी 🍋

1. 🏠 "मायके जैसा नहीं लगा!"

जैसे ही घर आई, बोली – सब ठीक है…

पर तेरे घर में वो ‘मायके वाली बात’ नहीं!

मतलब प्यार है, पर तड़का missing है! 😏

2. 😴 "नींद आई… पर वैसी नहीं!"

दिन में सुलाया, सो भी गई —

पर बोली, "रात जैसी नींद नहीं थी!"

क्या करें भई! गद्दे बदल दो या तकिया?! 🛏️🤷‍♂️

3. 💬 "तंग आ गई हो क्या?"

मैंने समझदारी से पूछा –

"कोई बात नहीं, आराम कर लो…"

पर अंदर से सोचा – अब तो शांति का टाईम है! 😌🍵

4. 💘 "इन महारानियों के लिए जान भी दे दो…"

पर जवाब मिलेगा  “जान तो दी… पर इज्जत नहीं दी!” 😤

मतलब दिल भी दे दो, फिर भी रसीद मांगेंगी! 😂📄

5. 💐 "फूलों का हार लिया, बिना पूछे पहना दिया!"

सोचा impress कर दूं,

पर डर तो ये था कि कहीं फूलों से भी एलर्जी न हो जाए! 🌺😬

6. 🏆 "तेरी ये हार मेरी हर हार पे जीत है!"

Finally बोली – “ये हार सबसे अच्छा है”

और मैंने कहा – "बस यही सुनना था, अब चैन मिला!" ❤️

👑 और ये विडियो जरूर देखें! 

 कुमार✍️ गुप्ता

ये भी कविता पढ़ें मुझे विश्वास है  आपकी भावनाओं को छूकर गुजर जाएंगी... 

  1. आंखों की मासूमियत और प्यार की नाज़ुक बातें,जब आँखें बोल उठती हैं,प्यार की गहराई :👉आंखों की मासूमियत और मोहब्बत की नज़ाकत👈
  2. एक रहस्यमयी प्रेम कविता जिसमें कवि अपनी आत्मा में बसी एक अजनबी को खोजता है — सांसों, ख्वाबों और धड़कनों में उसकी मौजूदगी को महसूस करता है।:👉कौन हो तुम ?
  3.  कविता तेरी यादों के साथ हर मौसम खास लगता है:👉जिस राह से चाँद ज़मीन पर उतरता है



👉 In my Story is English language from my Hindi Content for better understanding with collaboration.

The Unique Journey of Love, Defeat, and Victory

👉There is much love between husband and wife,
And many quarrels too.
But the wife always wins—
No husband openly admits this truth.

Let me share a true story,
One that teaches how to win even after defeat.
Never thought I could ever defeat my wife,
Yet hoped someday I might.

I’ll tell you the path to victory—
And share my own tale.

In a moment, my wife got upset over some disrespect.
In the next moment, I tasted defeat in her anger.
But by the third moment, hope for victory awakened.

In the fourth moment, I saw a way forward.
By the fifth, I took her to watch a movie.
After the movie, I asked, “How was it?”

She said, “The movie was good,
But the story wasn’t what I expected.”

In the sixth moment, I took her to a restaurant,
Fed her a meal, and asked, “How was the taste?”

She said, “The food was good,
But the taste wasn’t quite right.”

In the seventh moment, I took her to the temple for worship and prayers,
And asked, “How was the prayer?”

She said, “The prayer was good,
But it was less than your devotion.”

In the eighth moment, frustrated, I dropped her off at her mother’s house.
After many days when she returned, I asked,
“How was your time at your mother’s?”

She said, “My mother’s place was good,
But it’s not like my own home.”

In the ninth moment, I said, “If you’re upset, it’s okay.
You came after a long time; go take a nap.”

When she woke up, I asked, “How did you sleep?”

She said, “Sleep was good,
But not like the night spent with you.”

In the tenth moment, I thought,
“I’d give my life for these queens,
And still, they’d say, ‘You gave your life,
But didn’t give me the respect I deserve.’”

In the eleventh moment, I went to the market,
Bought a beautiful garland of flowers,
And without asking, put it around her neck.

I asked, “How’s this garland?”

She said, “This garland is better than all my defeats.”

In the twelfth moment, I said,
“Your garland is my victory over every defeat.”


Kumar Gupta ✍️


The Unique Journey of Love, Defeat, and Victory

The bittersweet battle of marriage,
Where love always triumphs.


About this Story:

This poem beautifully expresses deep emotions, vivid imagery, and thought-provoking ideas in a rhythmic and artistic way.


Key Highlights of the Story:

✍️Emotion and Expression: Captures feelings in a powerful, concise way.

✍️Imagery and Symbolism: Uses vivid descriptions and symbolic language to create strong mental pictures.
✍️Rhythm and Rhyme: Follows a melodic flow that enhances the experience.
✍️Brevity and Impact: Short yet deeply meaningful, conveying much in few words.
✍️Figurative Language: Employs similes, metaphors, personification, and alliteration.

✍️Theme and Universality: Explores love, life, struggle, and human emotions—universal across cultures and times.


प्यार, हार, और जीत का अनोखा सफर
  • "प्यार, हार और जीत: एक अनोखा सफर"


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