कविता के माध्यम से, समाज का मार्गदर्शन!

कविता के माध्यम से, समाज का मार्गदर्शन!
जहां शब्द बनते हैं समाज की आवाज!
yashswarg.blogspot.com
✍️ कुमार गुप्ता

तक़दीर की मुलाक़ात: इश्क़, यादें और फसाने की अनमोल शायरी!

 🌟 शायरी का परिचय-

 कभी-कभी ज़िंदगी में कुछ मुलाक़ातें ना तय होती हैं, ना बुलावे पर होती हैं… वो बस "हो जाती हैं", तक़दीर की तरह।

यह शायरी एक अनकहे इश्क़, अधूरी मुलाक़ात और रूह की पुकार को समर्पित है —जहाँ दिल चाहता है मिलना, लेकिन अहम, मजबूरी और हालात रास्ता रोक लेते हैं।

हर पंक्ति में एक शायराना इंतज़ार है,

और वो जज़्बात जो इंसान कह नहीं पाता, मगर महसूस बहुत करता है।"अगर इस बार चला गया तो, कभी न आऊँगा उनके बुलाने से…" —इस एक लाइन में एक आशिक़ का अहं भी है, दर्द भी है, और खुद्दारी भी।

यह शायरी उन सभी के लिए है, जिन्होंने कभी बिना बुलाए किसी के लिए दुआ की हो,और खुद से बढ़कर किसी को चाहा हो…

💘कुछ मुलाक़ातें तक़दीर से होती हैं...

कुछ मुलाक़ातें बुलावे से नहीं,

 तक़दीर से होती हैं... 

 चाहे इश्क़ लबों पर ना आए, 

रूह उसे हमेशा याद रखती है।

👉कोई जाकर कह दे उनसे

हम आए हैं उस आशियाने से, 

 उनसे मिलने की तमन्ना बहुत है, 

मगर आए हैं किसी बहाने से। 

 गर इस बार चला गया तो, 

कभी ना आऊंगा उनके बुलाने से।

मेरे आशिक बहुत हैं तेरे इस आशियाने में, 

 जो मेरी राह देख रहे हैं किसी फसाने में।

 👉कोई जाकर कह दे उसे

हम बहुत फुर्सत से आए हैं, 

 नहीं मिली तो सपने सजोते चले जाएगे

मुद्दतों बाद गर जो मुझे मिल जाए तो, 

 मैं भी कह दूंगा—

मैं आशिक हूं आपका जमाने से। 

 बहुत मुद्दतों बाद किसी मोड़ पर मिली हो, 

किसी बहाने से। 

 हाथ मिला कर भी हम कह देंगे—

यह दोष है फसाने के, 

 आपकी तो कसूर ही नहीं, हम ही निकल आए मयखाने से।

सदा खुश रहिए आप अपने जमाने से!

 कुमार ✍ गुप्ता

शायरी के मुख्य बिंदु :

तक़दीर की मुलाक़ात – कुछ मुलाक़ातें बुलावे से नहीं, बल्कि किस्मत से होती हैं।

 ✅ इश्क़ और यादें – चाहें इश्क़ लबों पर न आए, मगर रूह उसे हमेशा याद रखती है।

 ✅ तमन्ना और इंतज़ार – मिलने की चाहत बहुत है, मगर कभी-कभी बहाने से आना पड़ता है।

 ✅ फसाने की सच्चाई – मोहब्बत में कई आशिक राह देख रहे हैं, 

मगर हर मुलाक़ात का एक अलग अफसाना होता है। ✅ 

मयखाने की राहअगर इस बार चला गया तो फिर कभी लौटकर नहीं आऊंगा बुलाने से। 

 ✅ खुशहाली की दुआ – अंत में यही कामना कि आप सदा खुश रहें अपने जमाने में।

मोहब्बत शायरी इश्क़, तक़दीर और मुलाक़ात की गहराई को बयां करती है!

एक खूबसूरत हिंदी शायरी जो तक़दीर, इश्क़ और मुलाक़ात की गहराई को बयां करती है। पढ़ें और महसूस करें भावनाओं की अनमोल अभिव्यक्ति!
मोहब्बत शायरी इश्क़, तक़दीर और
मुलाक़ात की गहराई को बयां करती है!


👉मेरे प्यारे बंधुओं ये भी कविता पढ़ें जो आपके दिल को बहुत सुकून पहुंचाएंगी-
कविता तेरी यादों के साथ हर मौसम खास लगता है:👉जिस राह से चाँद ज़मीन पर उतरता है
मन की आग,यादों की खुशबू, और एक सच्चे दिल की स्याही से निकली कुछ भावनाएँ:ईर्ष्या,भावनाएँ और आत्म-चिंतन👈

👉My poetry is translated from Hindi to English for better understanding and collaboration

"Meetings Destined by Fate: A Poetic Expression of Love & Longing"

Some meetings don’t happen by invitation, but by destiny... 

 Even if love remains unspoken, the soul always remembers.

Someone go and tell them—

we have come from that abode, The desire to meet is immense,

 👉yet we arrived with an excuse. If I leave this time, 

I shall never return at their call.

Many lovers await in this dwelling, Watching the path,

 lost in their own tales. Someone go and tell them—

e have come with all the time in the world, 

 If we don’t meet, I shall weave dreams and walk away...

👉After ages, if I finally meet them, I shall say—

I have been your admirer for eternity. 

 After a long time, fate has brought us together at a crossroads. 

 Even while shaking hands, I shall say—

this is the fault of destiny, You are not to blame, 

it is I who wandered from the tavern.

May you always remain happy in your own world!

Kumar ✍ Gupta

Post a Comment

0 Comments