कविता के माध्यम से, समाज का मार्गदर्शन!

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✍️ कुमार गुप्ता

बेटी पर कविता – मेरी प्यारी गुड़िया

 🌸 कविता परिचय : "बिटिया रानी" 🌸

(जब मैं पहली बार पापा बना था) 👨‍👧✨

तो ऐसा लगा जैसे मेरी दुनिया को पंख लग गए हों —

एक नन्ही सी परी मेरी गोद में मुस्कुरा रही थी,

और उस मुस्कान में पूरी कायनात समा गई थी 🌈💖

इस कविता में मैंने वही एहसास उतारा है —

जब बिटिया ने पहली बार मेरी ऊँगली थामी,

तो मेरी हर उलझन सुलझ गई 🪢➡️🕊️

👉 ये कविता मेरे दिल से निकली एक सच्ची मुस्कान है,

उस बेटी के लिए, 

जो मेरे जीवन की सबसे खूबसूरत कविता बन गई।

जब बिटिया घर आई —

घर नहीं, पूरी कायनात खिल उठी,

हर कोना महका,

हर चेहरा मुस्काया,

और हर दिल ने कहा —

"बिटिया रानी आ गई!" 🌼👑


👧 उसकी नन्ही मुस्कान में

माँ की ममता भी थी,

और दादी का आशीर्वाद भी।


"बिटिया रानी" सिर्फ एक कविता नहीं,

वो हर पिता के उस पहले लम्हे की धड़कन है,

जब उसने खुद को पापा कहते सुना। 🫶✨

तो चलिए,

उस पवित्र अहसास को शब्दों में महसूस करते हैं,

जो सिर्फ बिटिया दे सकती है। 💌🌷


बिटिया रानी

आंगन हो उम्मीद की

 फूल खिले गुलाबो की

 झूला -झूले बहारों की

 👉बेटिया मेरी चांद सितारों की। 

चले तो बहरे आई, 

घर में भी सितारे लाई। 

डाली पे जब पत्ती आई, 

मां ने उसकी गोद उठाई । 

बिटिया रानी मुस्कुराई, 

बाग में बहार आई । 

चांदनी भी शर्मा जाए 

बादल भी घर जाए ,

👉पापा की प्यारी बिटिया 

काधे पे चढ़ जाए । 

घूमे आंगन पापा गाए ,

दादा दादी झूम जाए। 

बेटियां मेरी राजकुमारी, 

जान से ज्यादा है प्यारी।

फूल खिले गुलाबो वाली ,

आंगन में खुशबू वाली । 

बिटिया मेरी दुलार वाली ,

 मां बाप की लाडली, 

👉गुड़िया मेरी दुलार वाली। 

जीवन में रहे खुशियाली। 

आंगन हो उम्मीद की

 फूल खिले गुलाबो की।

कुमार गुप्ता

बेटी की सुंदरता, मासूमियत और परिवार में उसकी अहमियत को दर्शाती एक भावनात्मक कविता 'बिटिया रानी' का चित्रण
घर की खुशियों की सबसे प्यारी वजह — हमारी बेटीयाँ रानी ,
जहां होती है बेटी, वहीं खिल उठता है आंगन।

बेटी पर कविता – मेरी प्यारी गुड़िया
👉“बिटिया रानी” के मुख्य बिंदुओं का विस्तार:-👇

  1. परिवार की उम्मीद: बेटी को घर की आशा और उम्मीद की तरह दिखाया गया है, जो जीवन में खुशियाँ और उज्जवल भविष्य लेकर आती है।

  2. प्रकृति के सुंदर प्रतीक: बेटी को फूल, गुलाब, चाँद और सितारों से सुंदर रूपक में प्रस्तुत किया गया है, जो उसकी कोमलता और चमक को दर्शाते हैं।

  3. माता-पिता का स्नेह: कविता में माता-पिता की बेटी के प्रति गहरी ममता और लाड़प्यार की भावनाएँ उभरकर आती हैं, जैसे मां की गोद और पिता का प्यार।

  4. परिवार की शान: बेटी को परिवार की राजकुमारी और सबसे प्यारी सदस्य के रूप में माना गया है, जिसकी मौजूदगी से घर में उत्सव और खुशियाँ आती हैं।

  5. स्नेह और संरक्षण: दादा-दादी सहित पूरे परिवार द्वारा बेटी को प्यार और संरक्षण दिया जाता है, जो उसके लिए सुरक्षा और सुखद वातावरण बनाता है।

  6. जीवन में खुशहाली: बेटी के आने से परिवार में समृद्धि, खुशहाली और प्रेम का माहौल बनता है, जो जीवन को संवारता है।

मूल्य और अहमियत: बेटी को जीवन का अनमोल हिस्सा माना गया है, जो परिवार की सबसे बड़ी दौलत और सौभाग्य है।

🌿 अगर ये कविता आपके मन को छू गई हो,

तो नीचे दी गई और रचनाएं भी आपके दिल को ज़रूर छुएंगी... 💭💚

👇👇📚✨ 

🌙 कभी-कभी कुछ लफ़्ज़ दिल में उतर जाते हैं…

अगर ये रचना आपको छू गई हो,

तो नीचे दी गई कुछ और कविताएं भी

आपके जज़्बातों को आवाज़ दे सकती हैं... 💌✨

👉My poetry is translated from Hindi to English for better understanding and collaboration

Daughter

let the courtyard of hope be

Flowers of roses bloom

Swings of spring

My daughters are of the moon and stars.

When she came out of the forest,

She brought stars home as well.

When a leaf came on the branch,

👉The mother took her in her lap.

The queen daughter smiled,

Spring came to the garden.

Even the moonlight feels shy

Even the clouds go home,

👉Papa's beloved daughter

Climb on the shoulders.

She roams around the courtyard, Papa sings,

Grandparents dance.

My daughters are princesses,

Dearer than life.

Flowers of roses bloom,

Fragrant in the courtyard.

My dear daughter,

Parents' beloved,

👉My dear doll.

May there be happiness in life.

Let the courtyard of hope be

Flowers of roses bloom.

Kumar Gupta

#घर की खुशियों की सबसे प्यारी वजह — हमारी बिटिया रानी।

#जहां होती है बेटी, वहीं खिल उठता है आंगन।

#बेटी का सम्मान, #पारिवारिक स्नेह, #खुशियाँ और उम्मीद

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